प्रिय पाठको, TET तथा CTET की परीक्षा में हिन्दी व्याकरण से बहुत से प्रश्न पूछे जाते है इन सभी पश्नो के आप आसानी से उत्तर दे सकते है, इस नोट्स द्वारा आप गद्यांश से पुछे जाने वाले पश्नो को असानी से हल कर पाएंगे ।
भाषा I ( हिन्दी )
गधांश -1
Name: हिन्दी गधांश
Subject: Hindi
Questions: 05 Objective Type Questions
Time Allowed: 06 Minutes
Helpful for: BTET B.Ed Entrance, UGC NET, Teaching aptitude, CTET, State TET Exam, Reet, UPTET, Teaching Aptitude Quiz for all Teaching Entrance Test.
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The CTET Quiz Test Consist of 10 Questions.
The time given for 6 minutes.
CTET-TET-Exam-Gadyansh In-hindi Online-Test - 01
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Question 1 of 5
1. Question
गधांश -1
नीचे दिये गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िये तथा उसके नीचे दिये प्रश्नों के सही विकल्प छाँटिए –
इस कदर बढ़ती अपसंस्कृति के घनघोर अँधेरे में मानवता को राह दिखाने के लिये साहित्यिक पत्रिकाअों के जलते हुये मशाल की आवश्यकता होती है जो अंधकार में भटकते मानव को राह दिखा सके। विशाल बाँध और कारखाने निर्मित कर संसार की गहरायी नापकर, मंगल में पाँव रखकर हम विकास के डंके भले ही पीट लें, यदि आदमी को आदमी बनाने की जुगत नहीं कर सके तो वह विनाश है। बौद्धिक और भौतिकता की दानवीय शक्ति मानव को निगल जायेगी। ईट, पत्थर के भवनों में दमदमाहट लाने के लिए कितने रंग – रोगन किए जाते हैं, किन्तु हाड़ – माँस के पुतले मानव में दया, क्षमा, करूणा, ममता, समरसता और विश्वबंधुत्व का भाव संचरण करने के लिए तन्त्र भी मौन हैं। इसके लिए द् धीचि सरीखे दान और कर्ण सरीखे त्याग की आवश्यकता होती है। मानवता को यह उपहार सत्ता के आधासकों से नहीं, सच्चे साहित्य साधकों से ही लिया जा सकता है। जब इतिहास कन्दराओं में भटक जाता है, राजमार्ग रक्त स्नान में फिसल जाता है, तब साहित्यकार वीथिकाओं में कराहती मनुष्यता की बांह थाम लेता है और जिन प्रतिमाओं पर समय की धुल पड़ जाती है उसे साहित्यकार ही साफ करता है, संवारता – सजाता है और उनके गीत गाता है।
जबकि साहित्य प्रत्येक युग के लिए समान रूप से आनन्ददायक होता है और हृदय का स्पन्दन एक जैसा रहता है। उसका रहस्य यह है कि वह ह्वदय का विषय है। हमारे अंतः करण में उठाने वाली आशा और निराशा, हर्ष और विषाद, क्रोध और क्षमा, बाल्मीकि और व्यास, कालिदास और भवभूति, सूरदास और तुलसीदास, होमर और दाँते, शेक्सपीयर और गेटिल, मीर और गालिब जैसे साहित्यकारों की लोकप्रियता का कारण एक विशाल सहृदय समाज के लिए उनके साहित्य की संवेदना ही है। किसी समीक्षक ने लिखा भी है कि संसार की संवेदना ही है। किसी समीक्षक ने लिखा भी है कि संसार की किसी भी भाषा के नाटक, कालिदास के हो या शेक्सपीयर के हों, टाँलस्टाँय का कथा साहित्य हो या प्रेमचन्द्र का, साहित्य शास्त्र अभिनव गुप्त का हो या कलीराज का या रामचन्द्र शुक्ल का इनके सबसे कृतित्व के कालयजी होने का कारण है, उनका रचनात्मक प्रतिभा से सम्पन्न होना, जिसके कारण इनकी अद्भाविका क्रिया के इनकी रचनाओं में प्रभूत प्रमाण मिलते हैं, वर्तमान काल में यह सवाल अक्सर पूछा जाता है कि बढ़ते हुए संचार माध्यमों के युग में चैनलों की भरमार के इस दौर में साहित्यिक पत्रिकाओं की क्या भूमिका होगी ? वैसे भी बहुत कम लोगों की रूचि साहित्यिक पत्रिकाएं पढ़ने में है। इधर बढ़ती हुई इलैकट्राँनिक तरक्की ने इसमें और भी कमी ला दी। परिणामस्वरूप साहित्यिक पत्रिकाओं की भूमिका पर प्रश्न चिह्न लगना स्वाभाविक है। बहुत से प्रकाशकों का यह मन बनने लगा है कि अब साहित्यिक पत्रिकांए नहीं प्रकाशित हो पायेंगी। लोगों का र्तक यह है कि चलली, फिरती तस्वीरों के आगे लिखे हुए शब्द अपनी महत्ता खो बैठे हैं। बहुत – सी पत्रिकांए, साहित्यिक पत्रिकाएं, गम्भीर लधु – पत्रिकाएं एक – एक करके बन्द हो गयी हैं। हालांकि इसके पड़ते विपरीत प्रभावों से साहित्यिक पत्रिकाओं की भूमिका सिद्ध हो जाती है। लोगों में संवेदनशीलता बढ़ रही हैं। मीडिया के लिए दुर्घटना, विपदा आदि सब सनसनी फैलाने वाला, बिकने वाला माल है, इससे अधिक कुछ नहीं। इधर कुध वर्षों से पाठकों की रूचियों के नाम पर आये साहित्य ने बरसों से साहित्यिक पत्रिकाओँ को कटा जा रहा है और देखते ही देखते वे सच्ची कथाओं वाली बाजारू साहित्य पर उतर आये हैं। यह सब बहुत चिन्ताजनक और भयावह है। पढ़े – लिखे लोग इस दौर के महत्वपूर्ण साहित्यकारों की कृतियों के बारे में छोड़िए उनके नाम तक नहीं जानते। नागार्जुन, शमशेर बहादुर सिंह, मुक्ति बोध जैसे कवियों को भला कितने लोग जानते हैं?
Q1.साहित्यिक – पत्रिकाओं की आवश्यकता होती है –
Correct
Incorrect
-
Question 2 of 5
2. Question
2. साहित्य प्रत्येक युग में कैसा रहा है ?
Correct
Incorrect
-
Question 3 of 5
3. Question
3.साहित्यक पत्रिकाओं को किसने प्रभावित किया है?
Correct
Incorrect
-
Question 4 of 5
4. Question
4.’कदंरा’ का अर्थ है –
Correct
Incorrect
-
Question 5 of 5
5. Question
5. ‘ हर्ष ‘ का विलोम है –
Correct
Incorrect
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